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महाराष्ट्र के राज्यपाल मुख्यमंत्री द्वारा समग्र जैन चातुर्मास सूची 2022 का विमोचन

भारत जैन महामंडल द्वारा आयोजित विश्वमैत्री दिवस समारोह में विडला मातुश्री केन्द्र, मुंबई में महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगतसिंहजी कोश्यारी, मुख्यमंत्री श्री एकनाथजी शिंदे, केवीनेट मंत्री श्री मंगलप्रभातजी लोढा, पूर्व केबीनेट मंत्री श्री राज के पुरोहितजी, विधायिका श्रीमती गीता जैन, विधायक श्री अतुल शाह, मंडल अध्यक्ष श्री राकेशजी मेहता,. श्री प्रशांत झवेरी एवं संपादक बाबूलाल जैन उज्जवल

समग्र जैन चातुर्मास सूची 2023 का विमोचन

समग्र जैन संप्रदायों की एक मात्र पूर्ण एवं प्रमाणिक विगत 45 वर्षों से नियमित प्रकाशित समग्र जैन चातुर्मास सूची 2023 का विमोचन

श्वे, तेरापंथ धर्म संघ के एकादशम अधिष्ठाता आचार्य प्रवर श्री महाश्रमणजी आदि श्रमण श्रमणीयों के पावन सानिध्य एवं आचार्य श्री महाश्रमण चातुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति नंदनवन घोडबंदर मुंबई संघ के अध्यक्ष श्री पाहनलालजी तातेड, श्री मनोहरलालजी गोखरू खपलीलालजी हाड आदि पदाधिकारीयों के कर कमलो से लगभग 10 हजार श्रद्धालुओ की उपस्थिती में सानंद पूर्वक संपत्र हुआ। बाबूलाल जैन उज्जवल मुद्वारा संपादित प्रकाशित 550 पृष्ठो के इस सूची ग्रंथ में समय जैन समुदाय के चारी संप्रदायों मूर्तिपूजक

संपदाय के 11524, श्वे स्थानकवासी के 4254, श्वे तेरापंधी के 129 एवं दिगम्बर संपदाय के 1794 फुल 18301 माधु-साध्वीयों के इस वर्ष सर् 2023 में हो रहे चातुर्मासो एक की से बढ़कर एक जानकारीयों जैसे सभी साधु-साध्वीयों के नाम, चातुर्मास स्थान का संपर्क सूत्र, फोन नं. संघ अध्यक्ष-पंत्री के मोबाइल नं., नई दीक्षा, महाप्रयाण नई पदवीचों, हर संपदाम की वहत-घटात एक वर्ष एवं पांच वर्षों की तुलनात्मक तालिका सभी संप्रदायों के साधु-साध्वीयों की अंक तालिका प्रतिशत के साथ कुल ठाणाओं की संख्या आदि जानकारीयों प्रकाशित की गयी है।

इसके अलावा श्री धौर जमुनिजी म.सा. के सानिध्य में विलेपार्ले मुंबई में मुंबई स्थानकवासी जैर चातुर्मास सूची 2023 पृष्ठ 500 का भी विमोचन किया गया है।

तपसम्म्राट पूज्य गुरुदेव श्री रतिलालजी महाराज साहेब के कृपापात्र सुशिष्य राष्ट्रसंत परम गुरुदेव श्री नम्रमुनि महाराज साहेब आदि 6 संतो और पूज्य श्री प्रबोधिकाबाइ महासतीजी आदि 32 महासतिजियों के सानिध्य में

भगवान महावीर 2550 कल्याणक महोत्सव, विज्ञान भवन 12-02-2024 विशाल जनसभा के यादगार चित्र

भगवान महावीर 2550 कल्याणक महोत्सव, विज्ञान भवन 12-02-2024

भगवान महावीर स्मारक समिति और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा भगवान महावीर स्कमी के 2550वें निर्वाण वर्ष के उपलक्ष्य में विज्ञान भवन, दिल्ली में कल्याणक महोत्सव का आयोजन 12 फरवरी 2024 को किया गया

सोमवार 12 फरवरी 2024 को भगवान महावीर स्वामी के 2550वें निर्वाण वर्ष के उपलक्ष्य में विज्ञान भवन, दिल्ली में कल्याणक महोत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में संपूर्ण जैन समाज के धर्मनिष्ठ संत और साध्वियां उपस्थित रहीं। राष्ट्र संत परम्परा श्री प्रज्ञसागर जी मुनिराज, चतुर्थ पत्ताचार्य श्री सुनील सागर जी मुनिराज, प्रवर्तक डॉ राजेंद्र मुनि जी, आचार्य महाश्रमण जी की विद्वान शिष्या साध्वी अणिमा श्री जी और महासाध्वी प्रीति रत्न श्री जी भी इस कार्यक्रम में सामित हुए। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के

सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी को मुख्य वक्ता के रूप में सम्मानित किया गया। कल्याणक महोसव, सरसंघचालक को संबोधित करते हुए डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि हम प्रतिदिन एकात्मता स्तोका पाठ करते हैं, जिसमें कहा गया है कि- वेद, पुराण, सभी उपनिषद, रामायण, महाभारत, गीता, जैन शाक बौद्ध त्रिपिटक और गुरु ग्रंथ साहिब, यहीं भारत का सर्वश्रेष्ठ ज्ञान (ज्ञान निधि) है।

उन्होंने आगे कहा कि दुनिया में हर कोई शाश्वत सुख देने वाले सत्य को चाहता है लेकिन, दुनिया और भारत के बीच अंतर है कि दुनिया बाहर खोजने के बाद रुक गई, हालांकि, भारतीय तपस्वी ने बाहर खोजने के बाद उसी को खोजना शुरू कर दिया, और अंततः अंतिम सत्य तक पहुंच गया। अत्यंत सहजता के साथ और इस उदाहरण के माध्यम से डॉ. मोहन भागवत जी ने जटिल जीवन पाठ को प्रकट किया जहां उन्होंने समझाया कि यह देखने वाले की आंख है जो धारणा को बदलती है। उन्होंने कहा कि एक गिलास पानी एक वे लिए आधा भरा हो सकता है. दूसरे के लिए आधा खाली हो सकता है, एक तीसरा व्यक्ति कह सकता है विपानी कम है, और चौथा व्यक्ति कह सकता है कि गिलास बड़ा है। विवरण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होता है लेकिन वस्तु और स्थिति समान रहती है।

डॉ. मोहन भागवत जी ने अंत में कहा कि महावीर स्वामी जी के सभी को अपना मानने के विचार आज भी डॉ. मोहन। खुशी भौतिक चीजों में नहीं है। किसी को अलग चर्य नहीं रहना है, बल्कि व्यक्तिवाद से परे प्रासंगिक हैं। के साथ सद्भाव से रहो, अहिंसा का पालन करो, धैर्य रखो, चोरी मत करो और दूसरे के पैसे की इच्छा मत करो। ये सभी सिद्धांत मिलकर जीवन का एक तरीका बनाते हैं और इसलिए शाश्वत हैं।

भगवान महावीर 2550वां निर्वाण महोत्सव

भगवान महावीर स्मारक समिति ने 21 अप्रैल 2024 को महावीर जयंती के अवसर पर भारत मंडपम, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में 2550 वां भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव मनाया और माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा उद्‌घाटन किया गया एवम स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी किया

"भगवान महावीर के मूल्यों के प्रति युवाओं की प्रतिवद्धता राष्ट्र के सही दिशा में आगे बढ़ने का संकेत है”

"हम 2500 वर्षों के बाद भी भगवान महावीर का निर्वाण दिवस मना रहे हैं और मुझे यकीन है कि राष्ट्र आने वाले हजारों वर्षों तक भगवान महावीर के मूल्यों का जश्न मनाता रहेगा"

"हमारे तीर्थंकरों के शिक्षण ने दुनिया में कई युद्धों के समय में एक नई प्रासंगिकता प्राप्त की है”

"भारत एक विभाजित दुनिया में 'विश्व बंधु' के रूप में अपने लिए जगह बना रहा है"

नई पीढ़ी मानती है कि भारत की पहचान उसका गौरव है। भारत इस बात का प्रमाण है कि जब स्वाभिमान की भावना जागृत होती है तो किसी राष्ट्र को रोकना असंभव हो जाता है।

भारत के लिए, आधुनिकता उसका शरीर है, आध्यात्मिकता उसकी आत्मा है

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने महावीर जयंती के शुभ अवसर पर नई दिल्ली के भारत मंडपम में 2550वें भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री जी के भारत मंडपम आगमन पर मृगावती विद्यालय के बच्चों ने भगवान महावीर जी के जीवन की 5 सजीव झाँकियो से स्वागत किया।

उन्होंने इस अवसर पर एक कारक ठाक टिकट और सिक्का जारी करने का भी उल्लेख किया और जैन समुदाय को उनके मार्गदर्शन और आशीर्वाद के लिए कंन्यवाद दिया।

श्री मोदी ने जैन समुदाय के संतों को नमन किया और महावीर जयंती के शुभ अवसर पर सभी नागरिकों को अपनी शुभकामनाएं दी। प्रधानमंत्री ने. आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की और आचार्य के साथ उनकी हाल की मुलाकात को याद किया और कहा कि उनका आशीर्वाद अभी भी हमारा मार्गदर्शन कर रहा है।